झड़ते हुए पत्तों की सीख

पतझड़ में पत्तों की दास्तान भी अजीब सी है  देखी,जब तक थे हरे, साख ने भी…

अनुपम देश हमारा

देखा है सारा संसार मैंने, न देखा ऐसा स्वर्ग  कहीं,लूं दूसरा जन्म अगर, तो  मिले भारत …

हम करें तो क्या करें…

खत उसने  तो प्यार की लिख भेजा है मुझे प्रतापशर्त इस बात की,यूं दिलों के राज़…

न जाने कहां खो गया…

हर दिन  उठते ही जो करते थे  मस्ती हम  बचपन  में,न ख़बर हुई वो मस्ती जीवन से,न…

अनुपम देश हमारा

अपनी कलम से, देखा है सारा संसार मैंने, न देखा ऐसा स्वर्ग कहीं, लूं दूसरा जन्म…

वो जो थे यूं मुस्कुराये आग लग गई

वो  ढूंढ रहे थे माचिस बस आग लगाने के  लिए यारों,है उन्हें क्या ख़बर वो जो थे…

ये पल यूं ही गुज़र जायेंगें

मेरे जीवन के ये पल,दो पल यूं  ही गुज़र जायेंगे,  तेरी यादों,तेरे किए वादों से ये…

वो कोई अनजाना तो नहीं है. ..

अब तेरी नफ़रत से कोई रिश्ता मुझे नहीं निभाना है,तेरी नफ़रत भी कुछ ऐसी के तेरी नफ़रत…

वो वक्त तो आने वाली है

लहरों की हलचल बता रही,कुछ तो  होने वाला है, है बहती हवा,यूं जोर शोर से तूफान…

बस एक साली  हो

बीबी उसकी काली हो, पतली हो  या  मोटी  हो, हर जीजा चाहे ससुराल में, चंचल सी…

Verified by MonsterInsights