दौर मुश्किलों का – कोई शाश्वत नहीं है

          दौर मुश्किलों का – कोई शाश्वत  नहीं है अपनी कलम से, हो सोच अगर अच्छी,…

वो तो एक इकरार है

प्यार करना कोई खेल नहीं,वो तो एक इकरार है, साथ निभायेंगे हर पल हर दिन, ये ऐसी…

और क्या रह गया बाकी …

छू लिया जो तूने दिल को,और क्या रह गया बाकी  है,दिल पर मेरे राज कर रही,और क्या…

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