ये मुमकिन नहीं है

चाहता हूं उसे दिल  से  मै प्रताप यूं  उसे भूल  जाऊं,ये मुमकिन नहीं है,खत प्यार का…

हम करें तो क्या करें…

खत उसने  तो प्यार की लिख भेजा है मुझे प्रतापशर्त इस बात की,यूं दिलों के राज़…

दो अनजाने

कौन चाहता किसी से,दिल अपना लगाना कभी, नजरें कभी किसी से मिली, दिल मिल गए तभी,…

और क्या रह गया बाकी …

छू लिया जो तूने दिल को,और क्या रह गया बाकी  है,दिल पर मेरे राज कर रही,और क्या…

Verified by MonsterInsights